तु  गौरा रै मै शिव शंकर सुँ। मै डमरु बजानेवाला सुँ 

तीन लोक मै रहा करु रै मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

 मै ब्रह्मा रै तु सरस्वती सै।

वेद पढाने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै मै 

वोहे कृष्ण काला सुँ।

मै विष्णु रै तु लक्ष्मी जी सै।

चक्र चलाने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

रामचन्द्र मै सीता जी सै।

मै धनुष तोड़ने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

मै कृष्ण तु राधा जी सै।

मै बंशी बजाने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

अर्जुन का रथवाला बनके।

मै ज्ञान सुनाने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

हरनन्दी का भाई बनके ।

भात भरने वाला  सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

मीराबाई का पति बना रै मै।

मै राम रटाने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

भरी सभा मै लाज बचाई।

मै मान राखने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।

जो भक्ति मै रै ध्यान लगावै।

मै पार तारने वाला सुँ तीन लोक मै रहा करु रै

मै वोहे कृष्ण काला सुँ।


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