Bhog bhajan
हे ऊपर तै भगवान उतरो दर्शन देने
हे ऊपर तै भगवान उतरो दर्शन देने है। धापा तोड़ लया मतीरो हर कै भोग लगवांगा। ओ लयाऊ सु बाबु जी जरा चाकु लयाऊ सु। मतीरो काट के थाली मे धर के दौड़ी आऊँ सु। खाले हो भगवान मतीरो मीठो-मीठो सै। यो तो ढुंढा भी ना पावै यो बागड़ को Read more…