नन्द की गऊएं चराने आ गए।

श्याम बंशी को बजाने आ गए।

कष्ट मीरा पे पड़ा था उस घड़ी।

श्याम अमृत को पिलाने आ गए।

नन्द 💐💐💐💐💐💐💐।

श्याम💐💐💐💐💐💐 ।

कष्ट द्रोपद पर पड़े थे उस घड़ी।

श्याम साड़ी को बढ़ाने आ गए ।

नन्द💐💐💐💐💐💐💐💐।

श्याम💐💐💐💐💐💐।

कष्ट अर्जुन पे पड़े थे उस घड़ी।

श्याम गीता को सुनाने आ गए।

नन्द💐💐💐💐💐💐💐💐।

श्याम💐💐💐💐💐💐💐।

कष्ट नरसी पे पड़े थे उस घड़ी।

श्याम भात को भराने आ गए

नन्द💐💐💐💐💐💐💐💐।

श्याम💐💐💐💐💐💐💐।

कष्ट भगतो पे पड़े थे उस घड़ी।

श्याम दर्शन को दिखाने आ गए।


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