मेरे मन बस गई हे इस बाबा कि तस्वीर।

राम-राम,राम-राम सियाराम राम-राम।मेरे मन💐💐।

जय बजंरग कि ए बोलन लागे।प्रेम नशे मै टुलण लागे।

उड़े हो रही जय-जयकार मेरे मन💐💐💐💐💐।

सुबह सवेरे तेरी करे आरती।भक्तों कि ना टुटे लार सी।

भर रहा स दरबार मेरे मन💐💐💐💐💐💐💐।

जब लागी बालाजी को अर्जी।बिल्कुल काम नहीं स फर्जी।

कर दिया बेड़ा पार मेरे मन💐💐💐💐💐💐💐।

सोऊ सुए ना आखँ लागती।दिल कि चिन्ता ना दुर भागती।

ना भावै हलवा खीर मेरे मन 💐💐💐💐💐💐💐।


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