
आती आती हार लई ओ बाबा कब मेरी बात बनेगी।
कब मेरी बात बनेगी ओ बाबा कब मेरी बात बनेगी।
आती आती हार गई💐💐💐💐💐💐💐।
कई साल तेरे जोहड़ छाटे।
जगह जगह भंडारे बाटें।
हो लाचार गई हो बाबा कब मेरी बात बनेगी।
आती आती हार💐💐💐💐💐💐💐।
आई दौज तेरा करु जागरण।
लोग कहवै मै तो हो गई जोगन।
हाय क्यु मझधार रही हो बाबा कब मेरी बात बनेगी।
आती आती हार💐💐💐💐💐💐💐।
भगतो नै मै खूब बहकाई।
बाबा जी मेरी करो सहाई।
मन मै विचार गई हो बाबा कब मेरी बात बनेगी।
आती आती हार💐💐💐💐💐💐💐।
कहवै भगतसिंह भजन करु सु।
तेरा निशदिन तजन करु सु।
हाय रे नैया पार हुई हो बाबा कब मेरी बात बनेगी।
आती आती हार💐💐💐💐💐💐💐।
0 Comments