कान्हा मैंने बुलायो नही आयो ।

छलिया मैंने बुलायो नही आयो।

 सारी सारी रात मैंने रोय रोय काटी रोय रोय काटी।

 नेक तरस नही आयो छलिया मैंने बुलायो नही आयो ।

द्रोपदी क्या तेरी बहन लगत है ।

 वाको चीर बढायो कान्हा मैंने बुलायो नही आयो।

सारी सारी रात मैंने रोय रोय काटी रोय रोय काटी।

 नेक तरस नही आयो छलिया मैंने बुलायो नही आयो ।

नरसी क्या तेरो जीजा लगत है फूफा लगत है।

 वाको भात भरायो कान्हा मैंने बुलायो नही आयो 

सारी सारी रात मैंने रोय रोय काटी रोय रोय काटी।

 नेक तरस नही आयो छलिया मैंने बुलायो नही आयो ।

मीरा क्या तेरी बुआ लगत है।

विष से अम्रत बनायो कान्हा मैंने बुलायो नही आयो 

सारी सारी रात मैंने रोय रोय काटी रोय रोय काटी।

 नेक तरस नही आयो छलिया मैंने बुलायो नही आयो ।


0 Comments

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *