
हम तुम्हें पल पल पुकारे हो कहाँ।
राम दशरथ के दुलारे हो कहाँ।
नैन है बेचैन दर्शन के लिए।
सामने आओ हमारे हो कहाँ।
हम तुम्हें💐💐💐।राम दशरथ💐💐।
बेसहारे है सहारा चाहिए।
बेसहारों के सहारे हो कहाँ।
राम दशरथ💐💐💐💐💐💐💐।
बह चला बेड़ा विपत कि राह मे।
शौक सागर के किनारे हो कहाँ।
राम दशरथ💐💐💐💐💐💐💐।
हम तुम्हारे है दुखी है दीन है।
दीन दुखियों के सहारे हो कहाँ
राम दशरथ💐💐💐💐💐💐💐।
0 Comments