
रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम। सीताराम-सीताराम भज प्यारे तु सीताराम।
रघुपति 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
भीड़ पड़ी भक्तों ने पुकारा कष्ट हरो प्रभु आप हमारा।तब दशरथ घर जन्मे राम पतित पावन सीताराम।
रघुपति 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
ताड़का वन मे ताड़का मारी गौतम नारी अहिल्या तारी।सब ऋषियों के पूर्ण काम पतित पावन सीताराम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
जाय जनकपुर शिव धनुष तोड़ा जनकसुता से नाता जोड़ा।
कैसी सुन्दर जोड़ी राम पतित पावन सीताराम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
सीता ब्याह राम घर आई घर-घर आनन्द मंगल छाए।
माता कौशल्या को करें प्रणाम पतित पावन सीताराम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
राजतिलक की भई तैयारी केकैई माँ ने बात बिगाड़ी।
चौदह वर्ष गये वन मे राम पतित पावन सीताराम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
पंचवटी मे कुटिया बनाई सुरपनखा की नाक कटाई।
खरदुषण का किया संहार पतित पावन सीताराम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
जब से हरण हुआ सीता का मन मे ध्यान किया शंकर का।
तब से प्रकट हुए हनुमान मुख से निकला जम सिया राम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
लंका जाकर रावण मारा धरती माँ का भार उतारा।
सब देवो मे जय -जयकार पतित पावन सीताराम।
रघुपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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