
मत मन नै भटकावे रे बन्दे। जोड़ – जोड़ धन धर जागा गुरु की शरण मै आजा रे बन्दे परले पार उतर जागा।
मन्दिर का धन खाने वाले।आकल झोटा बन जागा जब तेरे पै मार पड़ेगी बन के अन्दर बड़ जागा।
मत मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
भाई का हक खाने वाले। सर्प बिला का बन जागा जब तेरे पै मार पड़ेगी बिल के अन्दर बड़ जागा ।
मत मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
बेटी का धन खाने वाले।नाली का किड़ा बन जागा जो- जो पैर धैरै तेरे पै कुचल – कुचल के मर जागा ।
मत मन 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
बीर बिरानी तकने वाले ।गाला का कुत्ता बन जागा जब तेरे पै मार पड़ेगी चिल्ला – चिल्ला मर जागा ।
मत मन 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
मीट मासं के खाने वाले ।घड़ा पाप का भर जागा धर्मराज तेरा लेखा लेगा कौन हिमाती बन जागा।
मत मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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