
मोहन से दिल क्यूँ लगाया है, यह मैं जानू या वो जाने ।
छलिया से दिल क्यूँ लगाया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥
हर बात निराली है उसकी, हर बात में है इक टेडापन ।
टेड़े पर दिल क्यूँ आया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥
मोहन से💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
जितना दिल ने तुझे याद किया, उतना जग ने बदनाम किया ।
बदनामी का फल क्या पाया हैं, यह मैं जानू या वो जाने ॥
मोहन से💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
तेरे प्यार ने दिल दीवाना किया, मुझे इस जग से बेगाना किया ।
मैंने क्या खोया क्या पाया हैं, यह मैं जानू या वो जाने ॥
मोहन से💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
मिलता भी है वो मिलता भी नहीं, नजरो से मेरी हटता भी नहीं
यह कैसा जादू चलाया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥
मोहन से💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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