मैया नवरात्रों में जब धरती पर आती है,

किसको क्या देना है ये सोच के आती है,

पहले नवरात्रे  मैं माँ सब की खबर लेती है,

दूजे नवरात्रे  में अपने खाते में लिख लेती है,

तिजे नवरात्रे में बात आगे बढ़ती है

मैया नवरातो💐💐💐💐💐💐।

चौथे नवरात्रे  में माँ आसन लगाती है,

पाचवे नवरात्रे   में मैं आ गई बताती हैं,

छटवे नवरात्रे  में सबको दर्शन करवाती है,

मैया नेवरातो💐💐💐💐💐💐।

सते नवरात्रे  में खोल देती खजाने है,

अठे नवरात्रे में लग जाती लुटाने है,

नोवी नवरात्रे  में दोनो हाथो से लुटाती है,

मैया नेवरातो💐💐💐💐💐💐।

दसवे दिन माता की विदाई जब आती है,

सारे धरती के लोगो की आंखे भर आती है,

भगतो से फिर आऊंगी वादा करके चली जाती है।

मैया नवरातो💐💐💐💐💐💐💐💐।


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