
माँ चरणों का दास बना ले री हेरी
चुनरी के ओढ़न वाली।
ठण्डी-ठण्डी हवा चलत है।
भक्त तेरा इसमें डोलत है।
माँ आचलँ बीच बसा ले री हेरी
चुनरी के ओढ़न वाली।
माँ चरणों💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
गहरी नदियां नाव पुरानी।
खेवट इसका है नादानी।
माँ भव से पार लगा दे री हेरी
चुनरी के ओढ़न वाली।
माँ चरणों💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
टेढ़ी-मेढ़ी या राही भारी।
चलते मैनै आवै अंधियारी।
माँ पावँ मे पड़ गये छाले री हेरी
चुनरी के ओढ़न वाली।
माँ चरणों💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
भक्त तेरे माँ तैने री बुलावै।
किर्तन करके तैने री मनावै।
माँ खुले दर्शन देवै री हेरी चुनरी के ओढ़न वाली।
माँ चरणों💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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