कहे बंशी सुनो राधे रानी।

मेरे मन कि किसी ने ना जानी।

मै हरी भरी जंगल मे खड़ी।

जब आरी से मुझको कटवाया।

कहे बंशी 💐💐💐।मेरे मन💐💐💐।

मरवाया बसौला बढई से।

मेरे अंग अंग को छिलवाया।

कहे बंशी 💐💐💐।मेरे मन💐💐💐।

मरवाई सरिया लोहे कि।

मेरे अंग अंग को छीदवाया।

कहे बंशी 💐💐💐।मेरे मन💐💐💐।

बनवाई गाटक लोहे कि।

मेरे मुख के अन्दर ठुकवाई।

कहे बंशी 💐💐💐।मेरे मन💐💐💐।

मैंने बडे बडे दुख सहे राधे।

तब जाके प्रभु ने मुझे अपनाया।

कहे बंशी 💐💐💐।मेरे मन💐💐💐।


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