कर-कर पाप गठरियाँ बांधी।

मैया बोझ लगा बडा भारी।

कौनसा पेड फूल बिना तरसै।

मैया कौनसा खिला हजारी।

बरगद पेड फूल बिना तरसै।

मैया गेंदा खिला हजारी।

कर-कर💐💐💐।मैया💐💐💐।

कौनसी नार पुत्र बिना तरसै।

मैया कौनसी जन-जन हारी।

राधा नार पुत्र बिना तरसै।

मैया देवकी जन-जन हारी।

कर-कर💐💐💐।मैया💐💐💐।

कौनसी नार बीर बिना तरसै।

मैया कौन कि किस्मत माड़ी।

हरनन्दी बाहन बीर बिना तरसै।

मैया उसकी किस्मत माड़ी।

कर-कर💐💐💐।मैया💐💐💐।

कौनसा राजा राज रजत है।

मैया कौनसा बना भिखारी।

राजा दशरथ तो राज रजत है।

मैया हरिशचंद्र बना भिखारी।

कर-कर💐💐💐।मैया💐💐💐।


0 Comments

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *