जय भोले भंडारी ओ बाबा जय भोले।

क्या रे तपस्या गंगा जी ने की थी ।अपनी जटा मे जगह तुमने दे दी।

जय भोले💐💐💐💐💐💐💐💐।

क्या रे तपस्या चन्द्रमा की थी।अपने मस्तक पे जगह तुमने दे दी।

जय भोले💐💐💐💐💐💐💐💐।

क्या रे तपस्या सर्पों ने की थी।अपने गले मे जगह तुमने दे दी।

जय भोले💐💐💐💐💐💐💐💐।

क्या रे तपस्या त्रिशूल ने की थी।क्या रे तपस्या डमरू ने किनी।अपने हाथ मे जगह तुमने दे दी।

जय भोले💐💐💐💐💐💐💐💐।

क्या रे तपस्या नादिया की थी ।अपनी पीठ पे जगह तुमको दे दी।

जय भोले💐💐💐💐💐💐💐💐।

क्या रे तपस्या गौरा जी ने की थी।अपने बाएँ अंग जगह तुमने दे दी।जय भोले💐💐💐💐💐💐💐।

क्या रे तपस्या गणपत ने की थी ।अपनी गोद मे जगह तुमने दे दी।

जय भोले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।


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