
गुरु के देश चली जाऊंगी लौट के फेर ना आऊंगी।
गुरु के देश मै बाग बहुत है।
बाग की मालन बन जाऊंगी लौट के फेर ना आऊंगी।
गुरु के 💐💐💐💐💐💐💐💐।
गुरु के देश मे ताल बहुत है।
ताल की मछली बन जाऊंगी लौट के फेर ना आऊंगी।
गुरु के💐💐💐💐💐💐💐💐।
गुरु के देश मे कुएँ बहुत है।
कुएँ की पनिहारी बन जाऊंगी लौट के फेर ना आऊंगी।
गुरु के💐💐💐💐💐💐💐💐।
गुरु के देश मे महल बहुत है।
महल की रानी बन जाऊंगी लौट के फेर ना आऊंगी।
गुरु के💐💐💐💐💐💐💐💐।
गुरु के देश मे बांकेबिहारी।
मोहन की मुरली बन जाऊंगी लौट के फेर ना आऊंगी।
गुरु के💐💐💐💐💐💐💐💐।
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