
बोल पड़ी रै मन्दिर की देवी -2
क्यु मन्दिर मे आया रै घर बैठी तेरी जननी माता
क्युना भोग लगाया रै।
मेरी कढाई देसी घी की-2 माँ नै सुखी रोटी रै
माँ नै माँ तु कहता क्यु तेरी किस्मत खोटी रै।
बोल मन्दिर💐💐💐💐💐💐।
जगमग ज्योत जगाने वाले-2 माँ के पास
अन्धेरा रै वा भी माँ सै मै भी माँ सु के तैनै ना बेरा रै।
नजर मिलानी छोड दई रै तैनै -2 नजर का टीका
लाया रै घर बैठी तेरी जननी माता क्युना भोग लगाया रै।
बोल पड़ी💐💐💐💐💐💐💐💐।
अपनी माँ तै दमड़ी ना देता-2 माया मांगन आया रै
घर बैठी तेरी जननी माता क्युना भोग लगाया रै।
कड़वे कड़वे बोल बोल के-2 नरम कालजा छोला रै
एक सुनु ना मै तेरी तु कौन से मुख तै बोला रै।
मेरी नजरा तै दूर चला जा-2 क्यु तैनै मुखड़ा दिखाया
रै घर बैठी तेरी जननी माता क्युना भोग लगाया रै।
सुनलो रै भगतो माँ की वाणी-2 माँ तो सभी के पास सै
जो माता की सेवा करता माँ तो उसी के पास रहवै।
बीरभान ठोकर लागी-2 फेर शरण मे आया रै
घर बैठी तेरी जननी माता क्युना भोग लगाया रै।
बोल पड़ी💐💐💐💐💐💐💐।
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