
सावरिया रोकै मतना म्हारे चालनै दे रुजगार नै।
मै दही बेचने चाली दो पैसे कमा के लाऊ।
हो म्हारा कैसे होगा गुजारा म्हारा
बहोत बडा परिवार सै।
सावरिया रोकै💐💐💐💐💐💐💐💐।
बारह बज के दिन ढल जा मेरी
दही भी खट्टी हो जागी।
खट्टी दही बिकै कोन्या मेरी रे रे
माटी हो जागी।
मेरी मटकी भरी भराई वा न्युए जा बेकार मै।
सावरिया रोकै💐💐💐💐💐💐💐।
दिन छिप जा जब होजा अंधेरा राजा
छो मै आवैगा ।
मेरे राजा का तेज सुभाव मैनै सौ सौ गाल सुनावैगा।
मेरी साथया खल तार ले मेरा कौन ओटै रुजगार नै
सावरिया रोकै💐💐💐💐💐💐💐।
झुठी गुजरी झुठ मत बोलै झुठे तै धमकावै सै।
उस गुजर नै हे गुजरी तु दिल तै प्यारी लागै सै।
हम घट घट के जाननिया क्यु बहकावै सरकार नै हे।
सावरिया रोकै💐💐💐💐💐💐💐💐।
0 Comments