
हे ऊपर तै भगवान उतरो दर्शन देने है।
धापा तोड़ लया मतीरो हर कै भोग लगवांगा।
ओ लयाऊ सु बाबु जी जरा चाकु लयाऊ सु।
मतीरो काट के थाली मे धर के दौड़ी आऊँ सु।
खाले हो भगवान मतीरो मीठो-मीठो सै।
यो तो ढुंढा भी ना पावै यो बागड़ को मतीरो सै।
हे देख के मतीरा नै या लक्ष्मी दौड़ी आई।
जरा हमने भी चखाईयो रामा के रै मिठाई सै।
हे भक्ता आला खेत को मतीरो आयो सै।
सारा देवता नै बाटं दे प्रसाद आयो सै।
सारा देवता ने प्रेम सै यो कण्ठ लगायो सै।
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