
चलो-चलो माता के द्वार मैया के दर्शन करेंगे।
हो कर देगी माँ बेड़ा पार मैया के दर्शन करेंगे।
चलो-चलो💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
ओ ऊचें पहाड़ लम्बे रास्ते
,ऊचें पहाड़ लम्बे रास्ते हो रास्ते,रास्ते।
ओ ऊचें पहाड़ लम्बे रास्ते।
ओ मन मे उमंगें तरंगें जगाए।
द्वार तेरे आने कि शक्ति बढ़ाए।
हमको तो हमको इन राहो से प्यार इनमे जीऐंगे मरेंगे।
चलो-चलो💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
ओ कर देगी💐💐💐💐💐💐💐💐।
ओ मीठे-मीठे राग नदी गा रही
,मीठे-मीठे राग नदी गा रही
हो गा रही,गा रही।हो मीठे-मीठे राग नदी गा रही।
हो बहते हुए झरने ये देते सराए।
कल-कल की तारे ये सबको बुलाए।
कर गई माँ कर गई माँ खुद मे श्रंगार जीवन मे खुशबू भरेंगे।
चलो-चलो💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
ओ कर देगी💐💐💐💐💐💐💐💐।
ओ अम्बर पहाड़ों को चुमता,अम्बर पहाड़ों को चुमता,हो चुमता,चुमता।अम्बर पहाड़ों को चुमता। हो ऊचें से ऊचाँ है माँ
का शिवाला।लगता है दुनिया मे सबसे निराला।हो पाऐंगे-पाऐंगे
मैया का प्यार इन रास्तो पे चलेंगे।
चलो-चलो💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
हो कर देगी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
0 Comments