इतने सुरज उदय ना होय संजीवनी बुटी ले आइयो।

राम किसके तो थम घाले आए क्या रे तुम्हारा नाम।किसकै

लागा सै शक्ति रै बाण संजीवनी बुटी ले आइयो।

इतने सुरज💐💐💐💐💐💐💐💐।

रामचन्द्र के घाले आए हनुमत म्हारो नाम।लक्ष्मण लागा सै शक्ति रै बाण संजीवनी बुटी ले आइयो।

इतने सुरज💐💐💐💐💐💐💐💐।

हनुमत चढ गया पहाड़ पै चौगरदु चशै मसाल।हनुमत ल्याया सै पहाड़ उठाए संजीवनी बुटी ले आइयो।

इतने सुरज💐💐💐💐💐💐💐💐।

बुटी प्यादी घोल कै जब हुया लक्ष्मण नै होश।जागो-जागो रै लक्ष्मण मेरा बीर बणा मै सोया बहोत घना।

इतने सुरज💐💐💐💐💐💐💐💐।

राम घर तै चाल्या तीन प्राणी रहगा ऐकला राम।रोव-रोव हे राम भगवान बणा मै दुख बहोत घना।

इतने सुरज💐💐💐💐💐💐💐💐।


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