जय-जय पित्तर जी महाराज मै शरण पड़यो हूँ थारी।

शरण पड़यो हूँ थारी देवा रखियो लाज हमारी।

आप ही रक्षक आप ही दाता आप ही खेवनहारे।

मै मूर्ख हूँ कुछ नहीं जानू आप ही हो रखवारे।

जय-जय💐💐💐💐💐💐💐💐।

आप खड़े है हरदम हर घड़ी करने मेरी रखवारी।

हम सब जन है शरण आपकी है ये थारी फुलवारी।

जय-जय💐💐💐💐💐💐💐💐।

देश और पर्देश सब जगह आप ही करो सहाई।

काम पड़े पर नाम आपको लगे बहुत सुखदाई।

जय-जय💐💐💐💐💐💐💐💐।

मै हूँ शरण आपकी अपने सहित पूरा परिवार।

रक्षा करो आप ही सबकी रटूँ मै बारम्बार।

जय-जय💐💐💐💐💐💐💐💐।


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