
आओ भोग लगाओ मेरे मोहन।
रुच-रुच भोग लगाओ मेरे मोहन।
ऐसा भोग लगाओ मेरे मोहन।
जो अमृत बन जाए मेरे मोहन।
आओ भोग💐💐💐💐💐।
इस अमृत को जो कोई खावे।
चरणों का दास बन जाए मेरे मोहन।
आओ भोग💐💐💐💐💐।
नरसी भक्त की हुण्डी शिकरी।
सावँल शाह बन आओ मेरे मोहन।
आओ भोग💐💐💐💐💐।
भिलनी के बेर सुदामा के तन्दूल।
रुच-रुच भोग लगाओ मेरे मोहन।
आओ भोग💐💐💐💐💐।
पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण।
चारो दिशाओं से आओ मेरे मोहन।
आके दर्श दिखाओं मेरे मोहन।
आओ भोग💐💐💐💐💐।
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