तु रोज घुटावै भांग पोल तेरी खोलुंगी पीहर मे।

मेरे हाथ मै छाले पड़ गए सुन भोले।

तेरी भांग मै लग जाए आग पोल 

तेरी खोलुंगी पीहर मे।

तु रोज घुटावै💐💐💐💐💐💐💐।

ऊचे पर्वत वास तेरा है सुन भोले।

तोपे चढा है राग बैराग पोल 

तेरी खोलुंगी पीहर मे।

तु रोज घुटावै💐💐💐💐💐💐💐।

तुझे कैसे पहनाउ मै माला सुन भोले।

तेरे गले मे पड़े है नाग पोल 

तेरी खोलुंगी पीहर मे।

तु रोज घुटावै💐💐💐💐💐💐💐।

पर्वत पे टुटी झोपड़ियां है सुन भोले।

मेरे मायके मे हरे भरे बाग पोल 

तेरी खोलुंगी पीहर मे।

तु रोज घुटावै💐💐💐💐💐💐💐।


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