तैनै कब कि श्याम बुलाए रही रै काजल
डलवाले आखया मै।
जमना को नीर मंगा दुंगी ।
तेरे हल्दी रै मटनो लगा दुंगी।
तैनै आपै हे मसल नुहा दुंगी रै काजल
डलवाले आखया मै।
तैनै कब कि💐💐💐💐💐💐💐💐।
गोकुल मै बुलावो दे दुंगी।
सारी सखिया नै बुलवा लुंगी।
तेरो सतसंग मै करवा दुंगी रै काजल
डलवाले आखया मै।
तैनै कब कि💐💐💐💐💐💐💐💐।
तेरो सोना को मुकुट मंगा दुंगी।
उमै मोर पंख लगवा दुंगी।
तेरे माथे बीच सजा दुंगी रै काजल
डलवाले आखया मै।
तैनै कब कि💐💐💐💐💐💐💐💐।
तेरी बासं कि बासुरिया मंगा दुंगी।
उसनै(उनै) चांदी मै जड़वा दुंगी।
तेरे होठा बीच सजा दुंगी रै काजल
डलवाले आखया मै।
तैनै कब कि💐💐💐💐💐💐💐💐।
तेरी गाय और बाछा लया दुंगी।
तैनै निखड़ु दूध पिला दुंगी।
माखन को भोग लगा दुंगी रै काजल
डलवाले आखया मै।
तैनै कब कि💐💐💐💐💐💐💐💐।
तेरै राधा रै रुकमण ब्याह दुंगी।
तेरै सुथरी सी बहुड़ लया दुंगी।
तेरी जोड़ी अजब बना दुंगी रै काजल
डलवाले आखया मै।
तैनै कब कि💐💐💐💐💐💐💐💐।
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