Geet
मै चौसठ तकिए लाई बेबे हे सोवनिया
मै चौसठ तकिए लाई बेबे हे सोवनिया परदेश गया। मै दमदम महला चढ गई बेबे हे पाछे तै मेरा जेठ चढा। मैनै पाछा फिर के देखा बेबे हे किलो मिठाई लिये खड़ा। मैनै महल तैले तै पटका बेबे हे ऊपर तै गेरी खाट जली। बाहरने तै सुसरा आ गया बेबे Read more…