सावित्री  खड़ी है यम के द्वार भिक्षा मांगे

पल्लो पसार दे दो यमराजा मेरे पति के प्राण।

पहला वरदान तुम्हें दिया सावित्री।

भाग्यवती होवे सुन सावित्री।

पहला वरदान तेरा झुठा यमराजा।

पति बिन भाग्य नहीं सुन यमराजा।

सावित्री खड़ी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

दूजा वरदान तुझे दिया सावित्री।

सुहाग वती होवे सुन सावित्री।

दूजा वरदान तेरा झुठा यमराजा।

पति बिन सुहाग नहीं सुन यमराजा।

सावित्री खड़ी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

तीजा वरदान तुझे दिया सावित्री।

पुत्रवती होवे सुन सावित्री।

तीजा वरदान तेरा झुठा यमराजा।

पति बिना पुत्र नहीं सुन यमराजा।

सावित्री खड़ी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

हम हारे तुम जीती सावित्री।

ले जाओ पति के प्राण सुन सावित्री।

सावित्री खड़ी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

Categories: Ram bhajan

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