सतसंग मै कोन्या आई हे भजना कोन्या आई हे

मैनै लिया ना हरि का नाम।

मैनै बेटे कि भैंस चाराई हे मैनै डोलै बैठ

 चराई हे मैनै मिली ना दूध कि धार।

सतसंग मै कोन्या💐💐💐💐💐💐।

बेटे कि कोठी चिनवाई हे मैनै एक 

एक ईट बचाई हे कदे बैठी ना पैर पसार।

सतसंग मै कोन्या💐💐💐💐💐💐।

यो बहु बेटा का घर सै हे म्हारे बालक 

बच्चे खेलै हे मेरी घली बारनै मै खाट।

 सतसंग मै कोन्या💐💐💐💐💐💐।

मेरी सिर कि चुन्दड़ी पाटी हे मेरी बहु 

सीमनै तै नाटी हे मैनै लाई पल्ले कै गाठँ।

सतसंग मै कोन्या💐💐💐💐💐💐।

यो कृष्ण मैनै समझावै हे मैनै एक एक

बात बतावै हे मेरै आई समझ मै बात।

सतसंग मै भाजी आई हे भजना मै 

भाजी आई हे मैनै लिया हरि का नाम।

Categories: Ram bhajan

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