रंगा लाई हे गुरु के रंग चुन्दड़ी।

गुरु के रंग चुन्दड़ी गुरु के रंग चुन्दड़ी।

रंगा लाई हे💐💐💐💐💐💐।

चुन्दड़ी ओढ मै तो बागों मे गई थी।

या मालन बुझै हे कहाँ तै लाई चुन्दड़ी।

मोल नहीं मिलती उधारी नहीं मिलती।

करी थी हे रात दिन भगती।

रंगा लाई💐💐💐💐💐💐💐।

चुन्दड़ी ओढ मै तो तालो पे गई थी।

या धोबन बुझै हे कहाँ तै लाई चुन्दड़ी।

मोल नहीं मिलती उधारी नहीं मिलती।

करी थी हे रात दिन भगती।

रंगा लाई💐💐💐💐💐💐💐💐।

चुन्दड़ी ओढ मै तो कुएँ पै गई थी।

पनिहारी बुझै हे कहाँ तै लाई चुन्दड़ी।

मोल नहीं मिलती उधारी नहीं मिलती।

करी थी हे रात दिन भगती।

रंगा लाई💐💐💐💐💐💐💐💐।

चुन्दड़ी ओढ मै तो महलों मे गई थी।

या राधा बुझै हे कहाँ तै लाई चुन्दड़ी।

मोल नहीं मिलती उधारी नहीं मिलती।

करी थी हे रात दिन भगती।

रंगा लाई💐💐💐💐💐💐💐💐।

चुन्दड़ी ओढ मै तो सतसंग मै गई थी।

ये सखियाँ बुझै हे कहाँ तै लाई चुन्दड़ी।

मोल नहीं मिलती उधारी नहीं मिलती।

करी थी हे रात दिन भगती।

रंगा लाई💐💐💐💐💐💐💐💐।


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