पहले आदि गणेश मनाया करो फिर भोलेजी के दर्शन पाया करो।

भोले अद्भभुत तेरी माया है।कहीं धूप कहीं पे छाया है।

जंगल मे मंगल छाया है।

पहले आदि💐💐💐💐💐💐💐।

भोले शीश गंग कि धारा है।माथे पे चांद उजियारा है।

वो नीलकण्ठ कहलाते है।

पहले आदि💐💐💐💐💐💐💐।

भोले अंग भभूति रमाई हुई है।गले सर्पों कि माला पाई हुई है।

गौरा पार्वती संग आई हुई है।

पहले आदि💐💐💐💐💐💐💐।

जो आदि गणेश मनाते है।उनके काम सफल हो जाते है।

हाथ जोड़ फूल बरसाया करो।

पहले आदि💐💐💐💐💐💐💐।


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