ओ भोले तु तैलै उतैर के देख या दुनिया घनी दुरानी सै।

कोई रहैवै कोठी कोई रहैवै महला।

ओ भोले कोई झोपड़ी को मोहताज या दुनिया घनी दुरानी सै।

ओ भोले💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

कोई खावै लड्डू कोई खावै बर्फी।

ओ भोले कोई टुकड़े को मोहताज या दुनिया घनी दुरानी सै।

ओ भोले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

कोई सोवै बैडा कोई सोवै खटिया।

ओ भोले कोई तकिया को मोहताज या दुनिया घनी दुरानी सै।

ओ भोले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

कोई पीवे कोफी कोई पीवे दूध।

ओ भोले कोई चाय को मोहताज या दुनिया घनी दुरानी सै।

ओ भोले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

कोई पहरै सैंडल कोई पहरै जूता।

ओ भोले कोई चप्पल को मोहताज या दुनिया घनी दुरानी सै।

ओ भोले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।


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