ओ भगवान को भजने वाले।मन मे धर ले ध्यान भाव बिना मिले

नहीं भगवान-भाव बिना मिले नहीं भगवान।

दुर्योधन की छोडी  मेवा ।भाए गई विदुरानी की सेवा।श्रद्धा और 

समर्पण से ही-श्रद्धा और समर्पण से ही रिझे दया निधान

भाव बिना💐💐💐💐💐।ओ भगवान💐💐💐💐💐।

झुठे फल शबरी के खाए।राम ने रुच-रुच भोग लगाए।जो ढुंढे़

उसको मिल जाए-जो ढुंढे़ उसको मिल जाए कहते वेद पुराण

भाव बिना💐💐💐💐💐।ओ भगवान💐💐💐💐💐।

ध्रुव पह्रलाद सुदामा मीरा।नर्सी भक्त मिटाई पीडा।भूल गए मोहन ठकुराई-भूल गए मोहन ठकुराई बन गये थे गढवाल 

भाव बिना💐💐💐💐💐।ओ भगवान💐💐💐💐💐।

भाव बिना ना भक्ति सुहावे।बिना गुरु के ज्ञान ना आवे।राह ना पावे मानुष बावरे-राह ना पावे मानुष बावरे तु मुर्ख अज्ञान

भाव बिना💐💐💐💐💐।ओ भगवान💐💐💐💐💐।

Categories: Ram bhajan

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