
मेरे मन के मन्दरवा मे आजा रे डमरू के बजाने वाले।
इस जग मे ना कोई हमारा।मुझे शंकर सहारा तुम्हारा।
मुझ निर्बल को पार लगा जा रे डमरू के बजाने वाले।
मेरे मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
मेरे जीवन मे छाई अन्धिरया।मै तो भूल गया तेरी डगरिया।
मुझ भूले को राह दिखा जा रे डमरू के बजाने वाले।
मेरे मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
मोहमाया ने मुझको है घेरा।मेरे ह्रदय मे हो गया अन्धेरा।
आके ज्ञान का दीपक जगा जा रे डमरू के बजाने वाले।
मेरे मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
भवसागर मे फँस गई नवैया।मुझे दिखे ना कोई खिवैया।
आके नैया को पार लगा जा रे डमरू के बजाने वाले।
मेरे मन💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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