मै तो भूल गई रे भगवान ग्यारस भूल गई।
उठ सवेरे मैंने चकिया चलाई।
सारे कुटुम्ब की रोटी बनाई।
मैंने कर लिया सारा काम ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
संग पड़ोसन मेरी आय बैठ गई।
आसन बिछाया गलीचा बिछाया।
हसं हसं करनै लगी बात ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
शाम हुई जब हुआ अंधेरा।
सब्जी बनाई मैंने रोटी बनाई।
दीनो कुटुम्ब जिमाए ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
रात हुई मैंने बिस्तर बिछाया।
सबको सुलाकर के मै सोई।
मेरी पड़ते ही लग गई आखं ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
यम के दुत मुझे लेने आए।
धर्मराज के जाए बैठाई।
मै तो देख बडी घबराई ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
धर्मराज जब लेखो मांगे।
क्या खाया और क्या कमाया।
क्या करनी कर आई ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
थोड़ा खाया बहुत कमाया।
सारे कुटुम्ब का साथ है पाया।
कुछ ना किया पुण्य दान ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
झुठ तो मैंने बोला नहीं है।
चुगली किसी की कभी ना करी है।
साची कही सब बात ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
क्या तु करेगी ग्यारस करके।
क्या तु करेगी माला जप के।
तेरे रोम रोम मै राम ग्यारस भूल गई।
मै तो भूल💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
0 Comments