
लुट गई लुट गई लुट गई रे जिन्दगानी भजन बिना लुट गई रे।
मैंने तो सोचा सुबह जल्दी उठुंगी।
जल्दी उठुंगी सुबह जल्दी उठुंगी।
निंदिया की गोदी मे सो गई रे जिन्दगानी भजन बिना लुट गई रे।
लुट गई लुट गई💐💐💐💐💐💐💐।
मैंने तो सोचा सुबह मन्दिर जाउंगी।
मन्दिर जाउंगी सुबह मन्दिर जाउंगी।
चाय पानी के चक्कर मे रह गई रे जिन्दगानी भजन बिना लुट गई रे।
लुट गई लुट गई💐💐💐💐💐💐💐।
मैंने तो सोचा सुबह दान पुण्य करुंगी।
दान पुण्य करुंगी सुबह दान पुण्य करुंगी।
बहु बेटो के डर से रह गई रे जिन्दगानी भजन बिना लुट गई रे।
लुट गई लुट गई💐💐💐💐💐💐💐।
मैंने तो सोचा सारे तीर्थ करुंगी।
तीर्थ करुंगी मै तो तीर्थ करुंगी।
काया चक्कर मे पड़ गई रे जिन्दगानी भजन बिना लुट गई रे।
लुट गई लुट गई💐💐💐💐💐💐💐।
मैंने तो सोचा बैकुण्ठ जाउंगी।
बैकुण्ठ जाउंगी मै तो बैकुण्ठ जाउंगी।
कर्मों के चक्कर मे रह गई रे जिन्दगानी भजन बिना लुट गई रे।
लुट गई लुट गई💐💐💐💐💐💐💐।
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