
लोहे का त्रिशूल कमण्डल पीतल का
रुप सुहाना लागे भोले शंकर का।
मै जब जब तुमको देखु तेरी जटा मे गंगा मैया।
मै मस्त मग्न हो जाऊ और करु मै तेरी पूजा।
ऊँ नम: शिवाय ऊँ नम: शिवाय।
लोहे का त्रिशूल💐💐💐💐💐💐।
मै जब जब तुमको देखु तेरे संग मे गौरा मैया।
मै मस्त मग्न हो जाऊ और पड़ी रहु तेरी पइया।
ऊँ नम: शिवाय ऊँ नम: शिवाय।
लोहे का त्रिशूल💐💐💐💐💐💐।
मै जब जब तुमको देखु तेरी गोदी गणपत लाला।
मै मस्त मग्न हो जाऊ और करु मै तेरी पूजा।
ऊँ नम: शिवाय ऊँ नम: शिवाय।
लोहे का त्रिशूल💐💐💐💐💐💐।
मै जब जब तुमको देखु तेरे चरणों मे नन्दी राजा।
मै मस्त मग्न हो जाऊ और बेड़ा पार कराऊ।
ऊँ नम: शिवाय ऊँ नम: शिवाय।
लोहे का त्रिशूल💐💐💐💐💐💐।
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