कोरी मटकी मै दही जमै कोन्या राधा 

बिना श्याम मिलै कोन्या।

बागों बागों मै फिर आई।

मेरा मन का फूल खिलै कोन्या राधा 

बिना श्याम मिलै कोन्या।

कोरी मटकी💐💐💐💐💐💐💐।

कुएँ कुएँ मै फिर आई।

या मन कि प्यास बुझै कोन्या राधा 

बिना श्याम मिलै कोन्या।

कोरी मटकी💐💐💐💐💐💐💐।

मन्दिर मन्दिर मै फिर आई।

या मन कि ज्योत जलै कोन्या राधा 

बिना श्याम मिलै कोन्या।

कोरी मटकी💐💐💐💐💐💐💐।

तालों तालों मै फिर आई।

या मन कि चाल डटै कोन्या राधा 

बिना श्याम मिलै कोन्या।

कोरी मटकी💐💐💐💐💐💐💐।

सतसंग किर्तन मै फिर आई।

या गुरु बिना ज्ञानमिलै कोन्या राधा 

बिना श्याम मिलै कोन्या।

कोरी मटकी💐💐💐💐💐💐💐।


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