कोढी कोढी बगड़ बुहारु आया हलकारा लेन राम घर जाना सै।

बुढिया बोली हलकारे तै बेटा तै मिल आवन दे।

सोवै के जागै मेरे लाडले आया हलकारा लेन राम घर जाना सै।

कौन करै मेरे घर की रुखाली 

कौन खिलावै मेरा लाल माता हे तेरा टाला सै।

कोढी कोढी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

बुढिया बोली हलकारे तै बहुआ तै मिल आवन दे।

सोवै के जागे मेरी लाडली आया हलकारा लेन राम घर जाना सै।

ताली कुंजी उरेनै देदे तावल करके जाये पीहर मैंने जाना सै।

कोढी कोढी💐💐💐💐💐💐💐💐।

बुढिया बोली हलकारे तै बुढापा तै मिल आवनै दे।

सोवै के जागे मेरे बुढले आया हलकारा लेन राम घर जाना सै।

कौन भरे मेरा हुक्का पानी कौन धरगा आग बुढी हे तेरा टाला सै।

कोढी कोढी💐💐💐💐💐💐💐💐।

बुढिया बोली हलकारे तै बेटी तै मिल आवन दे।

सोवै के जागे मेरी लाडली आया हलकारा लेन राम घर जाना सै।

कौन बुलावै कौन खंदावै कौन लडावै लाड माता हे तेरा टाला सै।

कोढी कोढी💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

Categories: Ram bhajan

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