
ज्योत पै आइये हो दादा पितर महाराज।
रविवार नै ज्योत जगाई।
तेरे आन कि खुशी मनाई।
म्हारी आज बचाइये लाज ज्योत पै💐💐💐।
लया राखया तेरा धोला बाणा।
हलवे खीर का भोग लगाना।
दिए बेटे नै शौगात ज्योत पै💐💐💐💐।
म्हारे घर का तु बडा बडेरा।
हरदम ध्यान धरु मै तेरा।
मैनै तेरे ऊपर नाज ज्योत पै💐💐💐💐।
तेरा बेटा पोता हवन करावै।
सारा कुनबा तेरै शीश झुकावै।
तुम इनके सवारो काज ज्योत पै💐💐💐।
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