जग मै आइये दोबारा हो मोहन मुरली वाला।

कैसी धूम मची कलयुग मै।

पत्थर तिरन लाग रहा जल मै।

यो काल सोच रहा बेचारा हो मोहन मुरली वाला।

जग मै💐💐💐💐💐💐💐💐।

नाचन लागा पाप जगत मे।

धर्म बैठ गया एक जगह मै।

जुल्म बजावै इकतारा हो मोहन मुरली वाला।

जग मै💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

बेटा बाप नै न्यु समझावै।

हुक्का खोस परै सरकावै।

तेरी आग ना घरनै बसावै।

काढैगा म्हारा दिवाला हो मोहन मुरली वाला।

जग मै💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

बहु सास नै न्यु समझावै।

घर का सारा नियम बतावै।

ना मानै तो राड़ मचावै।

बात करै ना दोबारा हो मोहन मुरली वाला।

जग मै💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

बहु बेटा तीर्थ पै जावै।

दान करै और धर्म कमावै।

घर मै मात पिता दुख पावै।

भूखे बैठे बेसहारा हो मोहन मुरली वाला।

जग मै💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

पोता दादा नै न्यु समझावै।

सुन मेरा दादा मत घबरावै।

ये दिन दो दिन ऐसे हि आवै।

मूल ब्याज दे दु सारा हो मोहन मुरली वाला

जग मै💐💐💐💐💐💐💐💐💐।


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