
जन्मे है कौशल कुमार-कुमार रघुनंदन।हो रही जय-जयकार कार रघुनंदन।
नौमी तिथि मधु मास महिना।छाई है अजब बहार-बहार रघुनंदन।
हो रही जय💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
गज मोतायन के थाल सजे है।राजा दशरथ के द्वार-द्वार रघुनंदन।
हो रही जय💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
बन्दरवार बंधी है दरवाजे।घर-घर मे मंगलाचार-चार रघुनंदन।
हो रही जय💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
सब भक्तों की धूम मची है ।राजा दशरथ के द्वार-द्वार रघुनंदन।
हो रही जय-जयकार💐💐💐💐💐💐💐💐।
आज अवध कि धन-धन गलियाँ।खेलत है चारो कुमार-कुमार रघुनंदन।हो रही जय💐💐💐💐💐💐💐💐।
राजा दशरथ को दे दो बधाई।माता कौशल्या को दे दो बधाई।
जुग-जुग जिऐ तेरा लाल-लाल रघुनंदन।
हो रही जय💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
हम सब मिलकर मंगल गाए।राम जी करेंगे बेड़ा पार-पार रघुनंदन। हो रही जय💐💐💐💐💐💐💐।
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