हे भारे से दरखत कै नीचे-2
देगा पति दिखाई हे दिल डाटु दिल डटता कोन्या
कोन्या मेरै समाई ।
उठ संतरा बैठी होले-2
बालम आरा सै हे पहर रेशमी सुट तैनै कमरे मै
बुला रहा सै।
क्यु जलती नै जलाओ छोरियों-2
क्यु राख बनाओ सो हे पति गया परदेस मेरै
क्यु याद दिलाओ सो।
इतना जिकर सुना जेठे नै-2
गैल हो लिया हे महला के मै पंलग सनी का
उस पै सो लिया।
मतना जेठ जी हाथ लगाइए-2
मै जोर जवानी का हो मै सु आग पंतगा
जेठ तु पुला पाणी का।
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