
दिन का चैन रात की निंद्रा मै दोनवा नै खोके बैठ गई
मोहमाया के चक्र मे मै नाम हरि का भूल गई।
पहली अवस्था चालू हो गई शादी बयाह करवान लगी।
ओ कदे पिहर मै कदे सासरै दो हिस्सों मै बाट दई
मोहमाया के चक्र मे मै नाम हरि का भूल गई।
ओ दिन का💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
दूसरी अवस्था चालू हो गई बेटा बेटी होनै लगे।
ओ वारी सोऊ बखत उठ जाऊं बन कोल्हू का बैल रही
मोहमाया के चक्र मे मै नाम हरि का भूल गई।
ओ दिन का💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
तीसरी अवस्था चालू हो गई बेटा बेटी बयाहन लगी।
ओ किसी के कपड़े किसी के गहने किसी का महल बनाने
लगी मोहमाया के चक्र मे मै नाम हरि का भूल गई।
ओ दिन का💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
चौथी अवस्था चालू हो गई पोता पोती होनै लगे।
ओ किसी का छोरा किसी कि छोरी पोता पोतियां
नै घेर लई मोहमाया के चक्र मे मै नाम हरि का भूल गई।
ओ दिन का💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
पाचवीं अवस्था चालू हो गई बालक न्यारे होनै लगे।
हो यो घर मेरा यो घर तेरा मेरे खटोले नै ठौड़ नहीं
मोहमाया के चक्र मे मै नाम हरि का भूल गई।
ओ दिन का💐💐💐💐💐💐💐💐।
ओ छठी अवस्था चालू हो गई उठलो हे सखियों बैठी
हो लो इब सोवन का टेम नहीं।
ओ सारी सखियां इकठ्ठी हो के सतसंग के मै जान लगी
मोहमाया नै छोड के वो नाम हरि का लेन लगी।
हो कित मरजा तेरी माँ मर जानी और दूसरी राह कोन्या
कड़वी बोली बोलै मतना मै के तेरी माँ कोन्या।
ओ जब मेरा बेटा पेट पडा़ मै बहुत घनी दुख पाई थी।
ओ तेरे होने मे रै मेरा बेटा ज्यादा खुशी मनाई थी।
ओ कित मर जा तेरी माँ मर जानी और दूसरी राह
कोन्या कड़वी बोली बोलै मतना मै के तेरी माँ कोन्या।
ओ गोदी के मै खेला करता जनै फुलों का ढेर पड़ा।
ओ छाती ऊपर लोटा करता जनै फुलों का हार पड़ा।
ओ कितै मर जा तेरी माँ मर जानी और दूसरी राह
कोन्या कड़वी बोली बोलै मतना मै के तेरी माँ कोन्या।
ओ जब मेरे बेटा कि आई सगाई मै फूली नहीं समाई थी।
तेरे पिता तै कह सुन के मैनै ज्यादा टुम घड़ाई थी।
ओ कितै मर जा तेरी माँ मर जानी और दूसरी राह कोन्या
कड़वी बोली बोलै मतना मै के तेरी माँ कोन्या।
ओ जब मेरा बेटा हुया गाबरु नशे के मै चूर हुया।
ओ जब मेरे बेटे कै आई भोड़िया माँ बापा नै भूल गया।
ओ कितै मर जा तेरी माँ मर जानी और दूसरी राह कोन्या
कड़वी बोली बोलै मतना मै के तेरी माँ कोन्या।
मात पिता और गुरु अपने की सेवा कर लो मन भर के।
ओ सेवा का फल मीठा हो सै देख लिये सेवा करके
कड़वी बोली बोलै मतना मै के तेरी माँ कोन्या।
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