Geet,Shaadi ke neg gaat
काहे का दिवलड़ा और
काहे का दिवलड़ा और काहे की बात, काहे को बिरथ जले सारी रात।अन्दन चन्दन का दिवलड़ा और निरमामल की बात, सुरियल को बिरथ जले सारी रात। जल म्हारा दिवलड़ा झबक थारी बात,जौए धरु चौदस की रात। थारी हो बाबा भैया ऊत्तम जात,थम जन्मा चौदस की रात। काढ़ो अनका मौचड़ा पखालो Read more…