बिना कोयल तड़फे पपिहा दिखे बिना बेटा तड़फे माता।

मैनै अपना राजा समझाया दिखे तु दुजा ब्याह करवाले।

कोए वाहे जनैगी नन्दलाल दिखे थारे कुल की बेल बढावै।

छिन जांगे थारे छैन पछैरी दिखे छिन जांगे हाथ के कंगना।

छिन जांगे तेरे महल अटारी दिखे रै बन ज्यागी काग उडानी।

छिन जान दे मेरे छैन पछेरी दिखे छिन जान दे हाथ के कंगना।

छिन जान दे मेरे महल अटारी दिखे रै बन जान दे काग उडानी।

कोए वाहे जनैगी नन्दलाल दिखे रै थारे कुल की बेल बढ़ैगी।

मेरा राजा ब्यावैन चढ़ैगा दिखे वो पिछे फिर-फिर देखै।

कोए महला मै एक नारी दिखे वा पतिव्रता भी कहिए।

मेरा राजा ब्याह के आया दिखे मै तो फुली नहीं समाई।

मैनै सुनया अर्थ का खुड़का दिखे मै तो भाजी दौड़ी आई।

खोलो-खोलो अर्थ का परदा दिखे खोलो ना बाहन माँ जाई।

मेरे हाथ मै लोटा नीर दिखे मै तो सेल करनै न आई।

ना खुलते अर्थ का परदा दिखे परै हटले बांझ लुगाई।

कोए सेल करैगी म्हारी सासं दिखे तू तो बांझ लुगाई बताई।

दिन छिप गया हो गई सांज दिखे सासु नै सोवन खंदाई।

खोलो-खोलो महल के परदे दिखे खोलो ना बाहन माँ जाई।

मेरे हाथ मै लोटा दूध दिखे मै तो दूध पिलावन आई।

नहीं खुलते महल के परदे दिखे नहीं खुलते बाहन माँ जाई।

तेरे हाथ मै लोटा दूध दिखे तु तो जहर मिला के ल्याई।

कोए ऐसी माया फिरि राम की दिखे बडली कै लाल हुयो सै।

खोलो-खोलो महल के परदे दिखे खोलो ना बाहन माँ जाई।

मेरे हाथ मै लोटा दूध दिखे मै तो लाल खिलावन आई।

नहीं खुलते महल के परदे दिखे नहीं खुलते बाहन माँ जाई।

तेरे हाथ मै लोटा दूध दिखे तु तो लाल मारने आई।

Categories: Geet

0 Comments

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *