भोले तुमसे मिलने का सावन का महिना है।

एक लोटा जल बेलपत्र हमें भोले पे चढाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐💐।

पर्वत मे ढुंढा तुम्हें काशी मे पाया है।

सोमनाथ की गलियों मे-2 मेरे भोले का ठिकाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

सुरज मे ढुंढा तुम्हें चंदा मे पाया है।

तारों की टिमटिम मे मेरे भोले का ठिकाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

फूलों मे ढुंढा तुम्हें कलियों मे पाया है।

हरे बेलपतो मे मेरे भोले का ठिकाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐।

यमुना मे ढुंढा तुम्हें गंगा मे पाया है।

सागर की लहरों मे-2 मेरे भोले का ठिकाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐💐।

पेड़े मे ढुंढा तुम्हें मिठाई मे पाया है।

भांग धतूरे मे मेरे भोले का ठिकाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐।

मन्दिर मे ढुंढा तुम्हें घर घर मे पाया है।

भगतो के ह्रदय मे-2 मेरे भोले का ठिकाना है।

भोले तुमसे💐💐💐💐💐💐💐💐।


0 Comments

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *