भगवा भेष ले लिया रै बीरा हाथा के मै चिमटा रै
जा जंगल मै धुना रमा लिया या के सोची बीरा रै।
चुप रह हे जीजी चुप रह हे जीजी ज्यादा शोर करै
मतना मेरी भगती मै भंग पड़ै सै नाम हरि का लेलो ना।
हाथ मै घड़ी रै बीरा गले मै जंजीरी कौन तैनै टेम बतावैगा
चौबीस घंटा चलै रै बिजली कौन तेरा पानी बैलावैगा।
नौ कीला म्हारे ईख खड़ी सै दस बीगा म्हारे बाड़ी का
साचमसाच बतादे रै बीरा कौन तेरी ईख नलावैगा।
मेरी रै भावज बीरा पिहर जा री कौन वैनै लेवन जावैगा
गोदी मै रोहतास भतीजा कौन वैका लाड लडावैगा।
तेरी हे भावज जीजी भला घरा की आपै हे जावैगी
गोदी मै रोहतास भतीजा चारों वेद पढावैगी।
करु कर्ण का ब्याह हे बीर मेरै कौन भातई आवैगा
पाटे ऊपर करु आरता कौन मैनै चुन्दड़ी ऊढावैगा।
करो कर्ण का ब्याह हे बाहन रोहतास ही भातई आवैगा
पटड़े ऊपर करो आरता वो ही तैनै चुन्दड़ी ऊढावैगा।
अंगन कंगन खिंडे पड़े सै बादल बिजली चाल पड़ी
माँके जाये बीर बिना के ब्याह मै शोभा हुआ करै।
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