बनदड़ा ले दादा नै साथ बन्नी

नै ब्याह घर लाइयो रे।

बनड़े जै थमने नहीं रै पहचान 

महल के अन्दर जाइयो रे।

बनदड़े सिर के खुल्ले केश बदन 

कै मटना मल रही रे।

बनदड़े मंहदा कर रहा जोर

हाथ कै कंगना बंध रहा रे।

बनदड़े ले पापा नै💐💐💐💐

इसी तरह(पापा,चाचा,फुफा,जीजा,मामा,भाई,)


0 Comments

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *