
बाबा ले चल अपने देश हो हम पड़े बिरानै देश हो।
बेटी भजन करो दिन रात हे थम चढ जाओ दशमै द्वार हे।
बाबा दशमा द्वार बडी दूर हो इसपै चढना बडा कठिन हो।
बेटी भजन करो दिन रात हे थम चढ जाओ दशमै द्वार हे।।
बाबा भजन मै मन नहीं लगता मेरै आवै काल का झटका।
बेटी काल का कर दांगा खातम तेरी तड़प उठैगी आत्मा।
मैनै भजन करे दिन रात हे मैनै साल गिने ना महिने।
मै तो चढ गई दशमे द्वार हे उठै खड़ा
मेरा बाबाजी का जहाज हे।
मेरा बाबा बडा दयाल हे मेरा सिर पै धर दिया हाथ हे।
मेरै सिर पै धर दिया हाथ हे मेरा कर दिया बेड़ा पार हे
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