
जो कार्तिक महिना नहाती है बैकुण्ठ
धाम को जाती है।
बैकुण्ठ धाम को जाती है-2।
जो कार्तिक💐💐💐💐💐💐💐।
जो ब्रह्म बेला उठ करके।
द्वारे पे बुहारी लगाती है।
वो धन सम्पत्ति सब पाती है बैकुण्ठ
धाम को जाती है।
जो कार्तिक 💐💐💐💐💐💐।
जो ब्रह्म मुहूर्त स्नान करे।
तुलसा की पूजा करती है।
तुलसी टर दीप जलाती है वो हरि
धाम को पाती है।
जो कार्तिक💐💐💐💐💐💐💐।
जो उगते सुरज नमन करे।
आरोग्य मिले और आयु बढे।
इक लोटा जल जो चढाती है वो हरि
धाम को पाती है।
जो कार्तिक💐💐💐💐💐💐💐।
जो पूरे महिने कार्तिक मे।
जप तप किर्तन और पाठ करे।
हरि ध्यान मे मन को लगाती है बैकुण्ठ
धाम को जाती है।
जो कार्तिक 💐💐💐💐💐💐।
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